AMFI: NTPC Green, RVNL सहित 11 लार्जकैप स्टॉक्स मिडकैप में जा सकते हैं, जानें निवेशकों पर असर

भारतीय शेयर बाजार में हर छह महीने में होने वाली AMFI (एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया) की रीकैटेगोराइजेशन प्रक्रिया निवेशकों के लिए एक बड़ा इवेंट होती है। इस बार अगस्त 2025 से लागू होने वाली रीकैटेगोराइजेशन में NTPC Green, RVNL, और Swiggy सहित 11 लार्जकैप स्टॉक्स का तमगा छिन सकता है, और इन्हें मिडकैप कैटेगरी में डाला जा सकता है। नुवामा अल्टरनेटिव रिसर्च के अनुमान के मुताबिक, लार्जकैप की सीमा अब 91,600 करोड़ रुपये और मिडकैप की सीमा 30,700 करोड़ रुपये के आसपास हो सकती है। आइए, इस बदलाव के मायने और निवेशकों पर इसके असर को समझते हैं।

AMFI रीकैटेगोराइजेशन क्या है?

AMFI हर छह महीने में कंपनियों को उनकी मार्केट कैपिटलाइजेशन के आधार पर तीन श्रेणियों में बांटती है: लार्जकैप (टॉप 100 स्टॉक्स), मिडकैप (101-250 रैंक), और स्मॉलकैप (251 से नीचे)। यह रीकैटेगोराइजेशन म्यूचुअल फंड्स और निवेशकों को अपनी रणनीति तय करने में मदद करता है। जुलाई 2025 के पहले हफ्ते में AMFI नई लिस्ट जारी करेगी, जो अगस्त 2025 से लागू होगी। नुवामा के अनुसार, इस बार लार्जकैप की सीमा 1 लाख करोड़ रुपये से घटकर 91,600 करोड़ रुपये और मिडकैप की सीमा 33,200 करोड़ रुपये से घटकर 30,700 करोड़ रुपये हो सकती है। इसका मतलब है कि कई लार्जकैप कंपनियां, जिनका मार्केट कैप नई सीमा से कम होगा, मिडकैप में चली जाएंगी।

किन कंपनियों पर है नजर?

नुवामा अल्टरनेटिव रिसर्च ने 11 ऐसी कंपनियों की पहचान की है, जो लार्जकैप से मिडकैप में जा सकती हैं। इनमें शामिल हैं:

  1. रेल विकास निगम (RVNL): मार्केट कैप 82,410 करोड़ रुपये। रेलवे इन्फ्रास्ट्रक्चर में मजबूत मौजूदगी के बावजूद, यह मिडकैप में जा सकता है।
  2. NTPC ग्रीन एनर्जी: मार्केट कैप 89,276 करोड़ रुपये। रिन्यूएबल एनर्जी में तेजी से बढ़ रही यह कंपनी भी मिडकैप में आ सकती है।
  3. स्विगी (Swiggy): मार्केट कैप 1.01 लाख करोड़ रुपये। हाल की लिस्टिंग के बाद यह मिडकैप कैटेगरी में जा सकता है।
  4. हीरो मोटोकॉर्प: मार्केट कैप 86,423 करोड़ रुपये। टू-व्हीलर सेक्टर की दिग्गज कंपनी भी इस बदलाव का हिस्सा हो सकती है।
  5. इंडियन ओवरसीज बैंक: मार्केट कैप 73,849 करोड़ रुपये। PSU बैंक होने के बावजूद यह मिडकैप में आ सकता है।
  6. कमिंस इंडिया: मार्केट कैप 92,624 करोड़ रुपये। इंजन और पावर सॉल्यूशंस में यह कंपनी मिडकैप में जा सकती है।
  7. पॉलीकैब इंडिया: मार्केट कैप 97,798 करोड़ रुपये। केबल और वायर सेक्टर की यह कंपनी भी मिडकैप में शिफ्ट हो सकती है।
  8. बॉश: मार्केट कैप 95,123 करोड़ रुपये। ऑटोमोटिव और टेक्नोलॉजी सेक्टर में यह मिडकैप में आ सकता है।
  9. ICICI प्रूडेंशियल लाइफ इंश्योरेंस: मार्केट कैप 93,718 करोड़ रुपये। इंश्योरेंस सेक्टर की यह कंपनी मिडकैप में जा सकती है।
  10. डाबर इंडिया: मार्केट कैप 86,183 करोड़ रुपये। FMCG सेक्टर की यह दिग्गज कंपनी भी मिडकैप में शिफ्ट हो सकती है।
  11. जेएसडब्ल्यू एनर्जी: मार्केट कैप 91,320 करोड़ रुपये। पावर सेक्टर में यह कंपनी मिडकैप कैटेगरी में आ सकती है।

निवेशकों पर क्या होगा असर?

लार्जकैप से मिडकैप में शिफ्ट होने का मतलब है कि इन कंपनियों की दृश्यता और म्यूचुअल फंड्स की रणनीति पर असर पड़ सकता है। लार्जकैप स्टॉक्स को आमतौर पर स्थिर और कम जोखिम वाला माना जाता है, जबकि मिडकैप स्टॉक्स में जोखिम और रिटर्न दोनों ज्यादा हो सकते हैं। इस बदलाव का असर इस प्रकार हो सकता है:

  • म्यूचुअल फंड्स की रणनीति: लार्जकैप फंड्स को इन स्टॉक्स से बाहर निकलना पड़ सकता है, जबकि मिडकैप फंड्स इनमें निवेश बढ़ा सकते हैं। इससे शेयरों की कीमतों में उतार-चढ़ाव हो सकता है।
  • निवेशकों का सेंटिमेंट: मिडकैप में जाने से कुछ निवेशक इन स्टॉक्स को कम स्थिर मान सकते हैं, लेकिन जोखिम लेने वाले निवेशकों के लिए यह ग्रोथ का अवसर हो सकता है।
  • मार्केट डायनामिक्स: मिडकैप स्टॉक्स में अक्सर ज्यादा अस्थिरता देखी जाती है, जिससे शॉर्ट-टर्म में कीमतों में बदलाव हो सकता है।

NTPC Green और RVNL: खास नजर

NTPC Green Energy रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में तेजी से उभर रही है। इसका मार्केट कैप 89,276 करोड़ रुपये है, और यह सोलर और विंड प्रोजेक्ट्स में मजबूत स्थिति रखती है। कंपनी का Q4FY25 में नेट प्रॉफिट 188% बढ़कर 233.22 करोड़ रुपये रहा, जो इसकी ग्रोथ की कहानी बयां करता है। हालांकि, मिडकैप में शिफ्ट होने से इसकी दृश्यता पर असर पड़ सकता है।

RVNL रेलवे इन्फ्रास्ट्रक्चर में एक मजबूत खिलाड़ी है, जिसका मार्केट कैप 82,410 करोड़ रुपये है। रेलवे सेक्टर में भारत सरकार की बढ़ती निवेश योजनाओं के चलते इसकी दीर्घकालिक संभावनाएं मजबूत हैं। मिडकैप में जाने से शॉर्ट-टर्म में अस्थिरता बढ़ सकती है, लेकिन लंबे समय में यह आकर्षक हो सकता है।

निवेशकों के लिए रणनीति

इस रीकैटेगोराइजेशन के मद्देनजर निवेशकों को सावधानी बरतनी चाहिए। कुछ टिप्स:

  • रिसर्च करें: इन कंपनियों के फंडामेंटल्स, जैसे रेवेन्यू ग्रोथ, प्रॉफिट मार्जिन, और सेक्टर की संभावनाओं को जांचें।
  • जोखिम का आकलन: मिडकैप स्टॉक्स में ज्यादा अस्थिरता हो सकती है, इसलिए अपने जोखिम सहनशीलता के आधार पर निवेश करें।
  • दीर्घकालिक नजरिया: NTPC Green और RVNL जैसे स्टॉक्स में लंबे समय के लिए निवेश की संभावना मजबूत है।
  • वित्तीय सलाह: किसी सर्टिफाइड फाइनेंशियल एडवाइजर से सलाह लें ताकि आपके निवेश लक्ष्यों के अनुरूप फैसले ले सकें।

निष्कर्ष

AMFI की अगस्त 2025 रीकैटेगोराइजेशन से NTPC Green, RVNL, और अन्य 9 कंपनियां लार्जकैप से मिडकैप में जा सकती हैं। यह बदलाव निवेशकों के लिए चुनौती और अवसर दोनों लेकर आता है। मिडकैप स्टॉक्स में ज्यादा रिटर्न की संभावना होती है, लेकिन जोखिम भी बढ़ जाता है। अगर आप इन स्टॉक्स में निवेश कर रहे हैं, तो मार्केट रुझानों पर नजर रखें और स्मार्ट रणनीति अपनाएं। इस हफ्ते की AMFI घोषणा पर ध्यान दें, क्योंकि यह आपके निवेश पोर्टफोलियो को प्रभावित कर सकती है।

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  • pravin

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