पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग (PSU) स्टॉक्स लंबी अवधि के निवेशकों के लिए हमेशा आकर्षक रहे हैं, खासकर तब जब वे डिस्काउंट पर उपलब्ध हों। कोल इंडिया लिमिटेड और REC लिमिटेड दो ऐसी PSU कंपनियां हैं, जो इस समय अपने 52 हफ्ते के निचले स्तर के पास ट्रेड कर रही हैं, लेकिन उनके फंडामेंटल्स बेहद मजबूत हैं। कोल इंडिया का रिटर्न ऑन कैपिटल एम्प्लॉयड (ROCE) 48% और REC लिमिटेड का नेट प्रॉफिट 15,713 करोड़ रुपये है। यह लेख इन दोनों कंपनियों की वित्तीय स्थिति, प्रदर्शन, और निवेश की संभावनाओं पर गहराई से प्रकाश डालता है। आइए, इनकी पूरी कुंडली जानते हैं।
कोल इंडिया लिमिटेड: कोयला क्षेत्र का दिग्गज
कोल इंडिया लिमिटेड, भारत सरकार के कोयला मंत्रालय के तहत काम करने वाली दुनिया की सबसे बड़ी कोयला उत्पादन कंपनी है। यह भारत की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने में अहम भूमिका निभाती है और आठ भारतीय राज्यों में 83 खनन क्षेत्रों में अपनी सहायक कंपनियों के माध्यम से संचालन करती है। कंपनी का मुख्यालय कोलकाता में है।
- वर्तमान शेयर कीमत: 380.95 रुपये (52-सप्ताह का निम्न स्तर: 349 रुपये, उच्च स्तर: 543.55 रुपये)
- मार्केट कैप: 2,22,536 करोड़ रुपये
- ROCE: 48%
- ROE: 38.8%
- नेट प्रॉफिट (FY 2024-25): 35,302 करोड़ रुपये
- रेवेन्यू: 1,43,000 करोड़ रुपये
- EBITDA: 51,640 करोड़ रुपये
कोल इंडिया ने पिछले तीन वर्षों में रेवेन्यू में 12% और मुनाफे में 29% की कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट (CAGR) दर्ज की है। कंपनी का डिविडेंड यील्ड 7% है, जिसने पिछले 12 महीनों में प्रति शेयर 26.35 रुपये का डिविडेंड दिया है। हालांकि, पिछले एक साल में शेयर में 26.47% की गिरावट देखी गई, जिससे यह अपने 52-सप्ताह के निम्न स्तर के पास ट्रेड कर रहा है। यह गिरावट लॉन्ग टर्म निवेशकों के लिए डिस्काउंट पर निवेश का मौका हो सकता है।
कंपनी की मजबूत वित्तीय स्थिति और भारत की ऊर्जा सुरक्षा में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका इसे दीर्घकालिक निवेश के लिए आकर्षक बनाती है। विश्लेषकों का मानना है कि कोल इंडिया का शेयर 390-446 रुपये तक जा सकता है। कंपनी 15 नई खनन परियोजनाओं पर काम कर रही है, जिसमें 20,600 करोड़ रुपये का निवेश प्रस्तावित है, जो भविष्य में इसकी ग्रोथ को और बढ़ा सकता है।
REC लिमिटेड: पावर फाइनेंसिंग का मजबूत आधार
REC लिमिटेड, भारत सरकार के ऊर्जा मंत्रालय के तहत एक महारत्न कंपनी है, जो पावर सेक्टर की पूरी वैल्यू चेन में प्रोजेक्ट्स को फाइनेंस करती है। यह बिजली उत्पादन, ट्रांसमिशन, डिस्ट्रीब्यूशन, और गैर-पावर इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स में वित्तीय सहायता प्रदान करती है।
- वर्तमान शेयर कीमत: 401 रुपये (52-सप्ताह का निम्न स्तर: 357.35 रुपये, उच्च स्तर: 654 रुपये)
- मार्केट कैप: 1,10,582 करोड़ रुपये
- नेट प्रॉफिट (FY 2024-25): 15,713 करोड़ रुपये (12% की वृद्धि)
- कुल आय: 55,980 करोड़ रुपये (19% की वृद्धि)
- कर्ज-इक्विटी रेश्यो: 0.38 (बेहद कम)
- डिविडेंड यील्ड: 4%
- कैपिटल रेश्यो: 25.99%
REC ने अपनी लोन बुक में 11% की वृद्धि दर्ज की है, और इसका नेट नॉन-परफॉर्मिंग एसेट्स (NPA) घटकर 0.38% हो गया है। कंपनी की नेटवर्थ में 13% की वृद्धि हुई है, और इसका डिविडेंड पेआउट 29.8% है, जो निवेशकों के लिए आकर्षक है। हाल ही में REC ने 5,000 करोड़ रुपये के बॉन्ड जारी किए और मुंबई महानगर क्षेत्र में 1 लाख करोड़ रुपये के निवेश के लिए MMRDA के साथ समझौता किया है।
विश्लेषकों ने REC के लिए 525 रुपये का टारगेट प्राइस दिया है, जो 23% की संभावित बढ़ोतरी दर्शाता है। कंपनी का फोकस रिन्यूएबल एनर्जी, RDSS योजना, और इन्फ्रास्ट्रक्चर पर है, जिससे इसकी लोन बुक FY30 तक दोगुनी होकर 10 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचने की उम्मीद है।
क्यों हैं ये स्टॉक्स निवेश के लिए आकर्षक?
- डिस्काउंट पर उपलब्धता: दोनों स्टॉक्स अपने 52-सप्ताह के निम्न स्तर के पास ट्रेड कर रहे हैं, जो वैल्यू इनवेस्टिंग का मौका देता है।
- मजबूत फंडामेंटल्स: कोल इंडिया का 48% ROCE और REC का 15,713 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट इनकी वित्तीय स्थिरता को दर्शाता है।
- उच्च डिविडेंड यील्ड: कोल इंडिया (7%) और REC (4%) दोनों ही निवेशकों को नियमित डिविडेंड प्रदान करते हैं।
- सरकारी समर्थन: PSU होने के कारण दोनों कंपनियों को सरकार का मजबूत समर्थन प्राप्त है, जो जोखिम को कम करता है।
- ग्रोथ की संभावना: कोल इंडिया की नई खनन परियोजनाएं और REC की रिन्यूएबल एनर्जी में विस्तार भविष्य में अच्छी ग्रोथ की संभावना दिखाते हैं।
निवेशकों के लिए सलाह
कोल इंडिया और REC लिमिटेड दोनों ही लॉन्ग टर्म निवेश के लिए मजबूत विकल्प हैं। कोल इंडिया भारत की ऊर्जा जरूरतों का आधार है, और इसकी स्थिर आय और उच्च डिविडेंड यील्ड इसे रिस्क-averse निवेशकों के लिए उपयुक्त बनाती है। दूसरी ओर, REC का कम कर्ज, बढ़ता नेट प्रॉफिट, और रिन्यूएबल एनर्जी में विस्तार इसे ग्रोथ-ओरिएंटेड निवेशकों के लिए आकर्षक बनाता है।
हालांकि, शेयर बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन होता है। हाल की गिरावट के बावजूद, इन स्टॉक्स में अपसाइड की संभावना है, लेकिन निवेश से पहले मार्केट ट्रेंड्स, तिमाही नतीजों, और विशेषज्ञों की सलाह को ध्यान में रखें। किसी प्रमाणित वित्तीय सलाहकार से परामर्श करना भी जरूरी है।
निष्कर्ष
कोल इंडिया और REC लिमिटेड अपने मजबूत फंडामेंटल्स, उच्च डिविडेंड यील्ड, और डिस्काउंट पर उपलब्धता के कारण लॉन्ग टर्म निवेशकों के लिए शानदार अवसर प्रदान करते हैं। कोल इंडिया की स्थिर आय और REC की रिन्यूएबल एनर्जी में बढ़ती हिस्सेदारी इन्हें बाजार में मजबूत दावेदार बनाती है। इन स्टॉक्स पर नजर रखें, क्योंकि ये भविष्य में अच्छा रिटर्न दे सकते हैं।
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