भारतीय शेयर बाजार में कुछ साहना सिस्टम लिमिटेड (Sahana System Limited), जिसने पिछले दो साल में अपने निवेशकों को 871% का शानदार रिटर्न दिया है। हाल ही में, इस कंपनी की सहायक कंपनी सॉफ्टवैन लिमिटेड ने भारतीय नौसेना से 8.01 करोड़ रुपये का कॉन्ट्रैक्ट हासिल किया है, जिसने इसे और भी चर्चा में ला दिया है। यह लेख साहना सिस्टम के इस शानदार प्रदर्शन, डिफेंस कॉन्ट्रैक्ट, और इसके बिजनेस मॉडल पर विस्तार से प्रकाश डालता है, ताकि निवेशकों को इस कंपनी के बारे में पूरी जानकारी मिल सके।
साहना सिस्टम लिमिटेड: कंपनी का परिचय
2013 में स्थापित, साहना सिस्टम लिमिटेड एक अहमदाबाद-आधारित CMMI लेवल-5, ISO 9001, और ISO/IEC 27001 प्रमाणित आईटी सर्विसेज कंपनी है। यह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), मशीन लर्निंग (ML), इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT), ब्लॉकचेन, बिजनेस इंटेलिजेंस, और डिजिटल मार्केटिंग जैसे अत्याधुनिक क्षेत्रों में काम करती है। कंपनी का दायरा डिफेंस, फिनटेक, हेल्थटेक, एजुटेक, और सिस्टम इंटीग्रेशन जैसे कई उद्योगों तक फैला हुआ है। इसके अलावा, कंपनी फ्रैंकिंग मशीन्स, कंप्यूटर, LED, और लैपटॉप जैसे हार्डवेयर उत्पादों का व्यापार भी करती है। 6 मई 2025 को, कंपनी ने IPCL के साथ 5 साल की रणनीतिक साझेदारी की घोषणा की, जो पोर्ट इन्फ्रास्ट्रक्चर में नवाचार और संयुक्त प्रोजेक्ट्स के लिए है।
भारतीय नौसेना से 8.01 करोड़ का कॉन्ट्रैक्ट
हाल ही में, साहना सिस्टम की सहायक कंपनी, सॉफ्टवैन लिमिटेड, ने भारतीय नौसेना, रक्षा मंत्रालय के तहत GeM Bid No. GEM/2025/B/5870067 के लिए सबसे कम बोलीदाता (L1) के रूप में उभरकर 8.01 करोड़ रुपये का कॉन्ट्रैक्ट हासिल किया। यह प्रोजेक्ट नॉन-आरएफ इन्फ्रास्ट्रक्चर को अपग्रेड करने से संबंधित है, जो नौसेना के रेडियो फ्रीक्वेंसी (RF) मापन सिस्टम को सपोर्ट करता है। इस प्रोजेक्ट में उपकरणों की डिलीवरी, इंस्टॉलेशन, कॉन्फिगरेशन, और 3 साल की वारंटी शामिल है।
हालांकि, कंपनी की वार्षिक बिक्री 167 करोड़ रुपये है, इसलिए यह कॉन्ट्रैक्ट उसका एक छोटा हिस्सा है। फिर भी, कंपनी का मानना है कि इस प्रोजेक्ट का सफल निष्पादन डिफेंस सेक्टर में भविष्य के अवसर खोल सकता है, क्योंकि ऐसे कॉन्ट्रैक्ट्स में अनुभव और प्रदर्शन का विशेष महत्व होता है। यह कॉन्ट्रैक्ट साहना की डिफेंस टेक्नोलॉजी में बढ़ती क्षमता को दर्शाता है।
नॉन-आरएफ इन्फ्रास्ट्रक्चर क्या है?
नॉन-आरएफ इन्फ्रास्ट्रक्चर वह सिस्टम है जो RF मापन सिस्टम को सुचारू रूप से चलाने में सहायता करता है। RF सिस्टम का उपयोग नौसेना रेडियो सिग्नल्स और रडार सिस्टम की जांच के लिए करती है। नॉन-आरएफ इन्फ्रास्ट्रक्चर में बिजली वितरण, ग्राउंडिंग, शील्डिंग, कूलिंग सिस्टम, स्ट्रक्चर्ड केबलिंग, स्ट्रक्चरल सेटअप, और कंट्रोल सिस्टम शामिल हैं। ये सिस्टम सुनिश्चित करते हैं कि RF उपकरण सटीक, सुरक्षित, और भरोसेमंद तरीके से काम करें। यह अपग्रेड नौसेना की इलेक्ट्रॉनिक युद्ध और संचार क्षमताओं को बेहतर बनाने का हिस्सा है, जो राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण है।
शेयर प्रदर्शन: 871% का रिटर्न
साहना सिस्टम लिमिटेड 12 जून 2023 को NSE SME पर लिस्ट हुई थी। इसके IPO की कीमत 135 रुपये प्रति शेयर थी। आज, इसका शेयर मूल्य 1,440 रुपये है, जो 871% रिटर्न दर्शाता है। कंपनी का मार्केट कैप 1,417 करोड़ रुपये है, और इसका 52-सप्ताह का उच्चतम स्तर 2,135 रुपये और न्यूनतम 991 रुपये रहा है। पिछले पांच वर्षों में कंपनी ने 210% CAGR की शानदार लाभ वृद्धि दर्ज की है, और इसका ROE 27.9% है, जो इसकी मजबूत वित्तीय स्थिति को दर्शाता है।
डिविडेंड और प्रमोटर होल्डिंग
कंपनी ने FY26 के लिए 1 रुपये प्रति शेयर का पहला अंतरिम डिविडेंड घोषित किया, जिसकी रिकॉर्ड डेट 27 जून 2025 थी। खास बात यह है कि प्रमोटर और प्रमोटर ग्रुप ने इस डिविडेंड को लेने से इनकार कर दिया, जो कंपनी में उनके दीर्घकालिक विश्वास को दर्शाता है। कंपनी में 57.2% प्रमोटर होल्डिंग है, जो निवेशकों के बीच मजबूत भरोसे का संकेत है।
कंपनी के फंडामेंटल्स
कुछ प्रमुख वित्तीय आंकड़े इस प्रकार हैं:
- मार्केट कैप: ₹1,417 करोड़
- वर्तमान शेयर मूल्य: ₹1,440
- 52 सप्ताह का उच्च/निम्न: ₹2,135 / ₹991
- बुक वैल्यू: ₹146.62
- ROE: 27.9% (3 साल का औसत)
- वर्षिक बिक्री: ₹167 करोड़
- लाभ: ₹17.3 करोड़
- वर्किंग कैपिटल डेज: 225 दिन
- डेट: लगभग शून्य (कंपनी लगभग कर्जमुक्त)
हालांकि, कंपनी के डेटर्स का अवधि 181 दिन है, जो कार्यशील पूंजी प्रबंधन में सुधार की जरूरत को दर्शाता है।
भविष्य की संभावनाएं और चुनौतियां
साहना सिस्टम की डिफेंस सेक्टर में यह उपलब्धि इसकी तकनीकी क्षमता को दर्शाती है। भारतीय सरकार का आत्मनिर्भर भारत और डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग पर जोर कंपनी के लिए नए अवसर खोल रहा है। हालांकि, आईटी और AI सेक्टर में प्रतिस्पर्धा तीव्र है, और FY23 में अचानक लाभ वृद्धि की निरंतरता पर सवाल उठते हैं। निवेशकों को कंपनी की तिमाही रिपोर्ट्स और डिफेंस प्रोजेक्ट्स की प्रगति पर नजर रखनी चाहिए।
निवेश से पहले सावधानी
साहना सिस्टम ने दो साल में 871% रिटर्न दिया है, लेकिन इसका उच्च P/E अनुपात (9.82x बुक वैल्यू) और तीव्र प्रतिस्पर्धा जोखिम पैदा करते हैं। निवेशकों को कंपनी की तिमाही परिणामों, डिफेंस कॉन्ट्रैक्ट्स की प्रगति, और मार्केट ट्रेंड्स पर गहन रिसर्च करनी चाहिए। अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श करें।
निष्कर्ष
साहना सिस्टम लिमिटेड ने अपनी तकनीकी विशेषज्ञता और डिफेंस सेक्टर में हाल की सफलता के साथ निवेशकों का ध्यान खींचा है। 871% रिटर्न और भारतीय नौसेना का 8.01 करोड़ का कॉन्ट्रैक्ट इसकी वृद्धि की कहानी को मजबूत करता है। हालांकि, उच्च वैल्यूएशन और प्रतिस्पर्धी चुनौतियां सतर्कता की मांग करती हैं। क्या यह कंपनी भविष्य में भी ऐसा ही प्रदर्शन करेगी? यह इसकी रणनीति और निष्पादन पर निर्भर करता है।
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