सुजलॉन एनर्जी को मिला 170.1 मेगावाट का नया प्रोजेक्ट, शेयरों में 3% की उछाल

रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर की अग्रणी कंपनी सुजलॉन एनर्जी के शेयरों में 3% की शानदार तेजी देखी गई। यह उछाल आंध्र प्रदेश के कुरनूल में AMPIN Energy Transition से प्राप्त 170.1 मेगावाट के नए विंड पावर प्रोजेक्ट की घोषणा के बाद आया। इस ऑर्डर ने निवेशकों का भरोसा बढ़ाया। हाल के दिनों में शेयरों में आई गिरावट के बाद यह तेजी सुजलॉन के मजबूत भविष्य की ओर इशारा करती है। आइए, इस प्रोजेक्ट, कंपनी की रणनीतियों, और भविष्य की योजनाओं पर विस्तार से नजर डालें।

AMPIN से मिला तीसरा बड़ा ऑर्डर

सुजलॉन एनर्जी ने हाल ही में AMPIN Energy Transition से 170.1 मेगावाट का विंड पावर प्रोजेक्ट हासिल किया है। यह AMPIN से कंपनी को मिला तीसरा लगातार ऑर्डर है, जो दोनों कंपनियों के बीच बढ़ते सहयोग को दर्शाता है। इस प्रोजेक्ट के तहत सुजलॉन 54 अत्याधुनिक S144 विंड टरबाइन जनरेटर (WTG) की आपूर्ति करेगा, जिनमें हाइब्रिड लैटिस टावर्स (HLT) का उपयोग होगा। प्रत्येक टरबाइन की क्षमता 3.15 मेगावाट है।

इस ऑर्डर में उपकरणों की आपूर्ति, इंस्टॉलेशन, कमीशनिंग, संचालन, और लंबे समय तक रखरखाव शामिल है। AMPIN के साथ सुजलॉन की साझेदारी अब 303 मेगावाट की कुल क्षमता तक पहुंच चुकी है, जो भारत के हरित ऊर्जा लक्ष्यों को समर्थन देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।

FY25 में रिकॉर्ड प्रदर्शन

सुजलॉन ने वित्त वर्ष 2025 (FY25) की चौथी तिमाही में 573 मेगावाट की रिकॉर्ड डिलीवरी हासिल की। पूरे वर्ष के लिए कंपनी की कुल डिलीवरी 1.55 गीगावाट रही, जो पिछले वर्ष (710 मेगावाट) की तुलना में दोगुनी है। कंपनी की ऑर्डर बुक अब 5.6 गीगावाट के सर्वकालिक उच्च स्तर पर है, जिसमें S144 प्लेटफॉर्म से 5 गीगावाट से अधिक के ऑर्डर शामिल हैं। यह आंकड़ा सुजलॉन की भारतीय विंड एनर्जी मार्केट में नेतृत्व की स्थिति को और मजबूत करता है।

कंपनी ने अपनी उत्पादन क्षमता बढ़ाने के लिए S144–3.X मेगावाट श्रृंखला के लिए 10 नई प्रोडक्शन लाइनें शुरू की हैं। साथ ही, दमन और पांडिचेरी में नैस्सेल यूनिट्स का विस्तार भी पूरा किया गया है। सुजलॉन भारत की स्वच्छ ऊर्जा क्रांति में योगदान देने के लिए स्थानीय मैन्यूफैक्चरिंग और आपूर्ति श्रृंखला में लगातार निवेश कर रही है।

वित्तीय मजबूती और शेयरों का प्रदर्शन

FY25 में सुजलॉन का शुद्ध लाभ 660 करोड़ रुपये (FY24) से बढ़कर 2,072 करोड़ रुपये हो गया। इस वृद्धि का श्रेय 10,851 करोड़ रुपये की आय को दिया जा सकता है, जो पिछले वर्ष की तुलना में 67% अधिक है। कंपनी की WTG (विंड टरबाइन जनरेटर) यूनिट ने 78% राजस्व योगदान दिया, जबकि शेष ऑपरेशन और मेंटेनेंस सर्विसेज (OMS) से आया। मार्च 2025 तक कंपनी की नेट कैश पोजीशन 1,943 करोड़ रुपये रही, जो दिसंबर 2024 की तुलना में 836 करोड़ रुपये अधिक है।

सुजलॉन के शेयरों ने पिछले एक साल में 25% और दो साल में 340% का शानदार रिटर्न दिया है। इस मजबूत प्रदर्शन के कारण कंपनी के रिटेल निवेशकों की संख्या 56 लाख से अधिक हो गई है। 9 मई से 30 मई 2025 तक शेयर की कीमत 52.60 रुपये से बढ़कर 71.50 रुपये हो गई, जो 16 कारोबारी सत्रों में 36% की वृद्धि दर्शाता है। हालांकि, 30 मई को 74.30 रुपये के 52-सप्ताह के उच्च स्तर के बाद कुछ प्रॉफिट बुकिंग देखी गई।

भविष्य की योजनाएं और रणनीतियां

सुजलॉन भारत के नेट जीरो लक्ष्यों के अनुरूप अपनी तकनीकी क्षमताओं को बढ़ाने पर ध्यान दे रही है। कंपनी ने अनुसंधान और विकास (R&D) में निवेश बढ़ाया है, जिससे अत्याधुनिक विंड टरबाइन जैसे S144 विकसित किए गए हैं। इसके अलावा, सुजलॉन अंतरराष्ट्रीय बाजारों में विस्तार की योजना बना रही है, जिससे निर्यात में वृद्धि की संभावना है।

कंपनी FY26 के लिए 400-450 करोड़ रुपये के पूंजीगत व्यय (कैपेक्स) की योजना बना रही है, जो R&D, IT, और उत्पादन क्षमता विस्तार पर केंद्रित होगा। यह निवेश सुजलॉन को प्रतिस्पर्धी बने रहने और भारत की बढ़ती रिन्यूएबल एनर्जी मांग को पूरा करने में मदद करेगा।

निवेशकों के लिए क्या है संदेश?

सुजलॉन एनर्जी के शेयर हाल के वर्षों में निवेशकों के लिए आकर्षक रहे हैं। मजबूत ऑर्डर बुक, वित्तीय सुधार, और सरकारी समर्थन के कारण कंपनी दीर्घकालिक निवेश के लिए एक आशाजनक विकल्प हो सकती है। हालांकि, शॉर्ट-टर्म निवेशकों को बाजार की अस्थिरता और प्रॉफिट बुकिंग के जोखिम पर नजर रखनी चाहिए।

ब्रोकरेज फर्म्स जैसे मोतीलाल ओसवाल (83 रुपये टारगेट), ICICI सिक्योरिटीज (76 रुपये टारगेट), और JM फाइनेंशियल (81 रुपये टारगेट) ने शेयर पर ‘बाय’ रेटिंग दी है, जो कंपनी के सकारात्मक दृष्टिकोण को दर्शाता है। फिर भी, निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श जरूरी है।

निष्कर्ष

सुजलॉन एनर्जी भारत की रिन्यूएबल एनर्जी क्रांति में एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी है। 170.1 मेगावाट के नए ऑर्डर और FY25 में रिकॉर्ड प्रदर्शन ने कंपनी की विकास गाथा को और मजबूत किया है। शेयरों में हाल की तेजी निवेशकों के बढ़ते विश्वास को दर्शाती है। जैसे-जैसे भारत स्वच्छ ऊर्जा की ओर बढ़ रहा है, सुजलॉन इस यात्रा में अग्रणी भूमिका निभाने के लिए तैयार है।

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