सुजलॉन एनर्जी लिमिटेड, भारत की रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर की अग्रणी कंपनी, एक बार फिर निवेशकों के लिए चर्चा का केंद्र बनी हुई है। हाल के महीनों में कंपनी की ओर से कई सकारात्मक अपडेट्स सामने आए हैं, जिन्होंने निवेशकों का ध्यान खींचा है। कर्ज में कमी, मजबूत ऑर्डर बुक, और SEBI से क्लीन चिट जैसी खबरों ने स्टॉक को फिर से आकर्षक बनाया है। हालांकि, इस हफ्ते स्टॉक में कुछ सुस्ती देखी गई, लेकिन मार्केट एक्सपर्ट्स का मानना है कि जल्द ही इसमें जबरदस्त तेजी आ सकती है। आइए, सुजलॉन एनर्जी के स्टॉक प्राइस, फाइनेंशियल परफॉर्मेंस, और भविष्य की संभावनाओं पर विस्तार से नजर डालते हैं।
सुजलॉन एनर्जी का स्टॉक परफॉर्मेंस: मल्टीबैगर रिटर्न से गिरावट तक
सुजलॉन एनर्जी के शेयरों ने पिछले 5 सालों में निवेशकों को 1918.11% का शानदार रिटर्न दिया है। 2020 में इसका शेयर प्राइस ₹1.90 के आसपास था, जो जून 2025 तक ₹66.83 के स्तर पर ट्रेड कर रहा है। लेकिन अगर 10 साल के प्रदर्शन को देखें, तो कहानी अलग है। 2010 में स्टॉक ₹310 के उच्चतम स्तर पर था, लेकिन भारी कर्ज और वित्तीय संकट के कारण यह ₹1.90 तक गिर गया। इस दौरान लंबे समय के निवेशकों को नुकसान हुआ, जबकि 2020 के बाद निवेश करने वालों को मल्टीबैगर रिटर्न मिला।
पिछले एक साल में स्टॉक ने 28.27% रिटर्न दिया है, जो सेंसेक्स के 5.79% से कहीं ज्यादा है। लेकिन हाल के 6 महीनों में यह 6.35% नीचे आया है। फिर भी, स्टॉक अपने 5-दिन, 20-दिन, 50-दिन, 100-दिन, और 200-दिन के मूविंग एवरेज से ऊपर ट्रेड कर रहा है, जो इसकी मजबूत स्थिति को दर्शाता है।
बड़ी अपडेट्स: Q4 परिणाम और SEBI की क्लीन चिट
1. Q4 FY25 के शानदार परिणाम
सुजलॉन एनर्जी ने मार्च 2025 तिमाही (Q4 FY25) में अपने वित्तीय परिणामों में जबरदस्त सुधार दिखाया। कंपनी का नेट प्रॉफिट 365% बढ़कर ₹1,182.22 करोड़ रहा, जो पिछले साल की समान तिमाही में ₹254.12 करोड़ था। रेवेन्यू में 73% की वृद्धि हुई और यह ₹3,773.54 करोड़ तक पहुंच गया। EBITDA में 94% की बढ़ोतरी हुई, और मार्जिन 18.4% रहा। ये आंकड़े कंपनी की ऑपरेशनल ताकत और प्रॉफिटेबिलिटी को दर्शाते हैं। पूरे साल (FY25) में कंपनी का रेवेन्यू ₹10,889.74 करोड़ रहा, जो पिछले साल की तुलना में 67% अधिक है।
2. SEBI से क्लीन चिट
27 जून 2025 को SEBI ने सुजलॉन एनर्जी को 2013-14 से 2017-18 के बीच के लेन-देन और वित्तीय जानकारी में कथित अनियमितताओं के मामले में क्लीन चिट दी। कंपनी ने SEBI के शो-कॉज नोटिस का जवाब दिया और सुनवाई के बाद कोई उल्लंघन साबित नहीं हुआ। इस खबर के बाद स्टॉक में लगभग 13% की तेजी देखी गई, जिसने निवेशकों का भरोसा और बढ़ाया।
3. नया ऑर्डर और मजबूत ऑर्डर बुक
सुजलॉन ने हाल ही में AMPIN एनर्जी ट्रांजिशन से 170.1 मेगावाट का तीसरा ऑर्डर हासिल किया, जिसके तहत कंपनी आंध्र प्रदेश के कुरनूल में 54 उन्नत S144 विंड टर्बाइन जन crater्स की आपूर्ति करेगी। इस ऑर्डर के साथ, AMPIN से कंपनी का कुल ऑर्डर 303 मेगावाट हो गया है। कंपनी की कुल ऑर्डर बुक 5.6 गीगावाट है, जिसकी वैल्यू लगभग ₹36,000 करोड़ है। यह भारत में रिन्यूएबल एनर्जी की बढ़ती मांग को दर्शाता है।
क्या सुजलॉन एनर्जी कर्ज-मुक्त है?
सुजलॉन एनर्जी ने अपनी कर्ज की स्थिति में उल्लेखनीय सुधार किया है। 2020 में कंपनी पर ₹13,800 करोड़ का कर्ज था, लेकिन राइट्स इश्यू, QIP, और डेट रिस्ट्रक्चरिंग के जरिए कंपनी ने इसे लगभग खत्म कर लिया। अगस्त 2023 में सुजलॉन कर्ज-मुक्त हो गई, और मार्च 2025 तक कंपनी की नेट कैश पोजिशन ₹1,943 करोड़ थी। डेट-टू-इक्विटी रेशियो 0.0529 है, जो इसकी मजबूत वित्तीय स्थिति को दर्शाता है। इस खबर के बाद फरवरी 2025 में स्टॉक ₹55 से ₹70 के पार चला गया था।
स्टॉक प्राइस टारगेट और भविष्य की संभावनाएं
मार्केट एक्सपर्ट्स सुजलॉन के भविष्य को लेकर उत्साहित हैं। मॉटिलाल ओसवाल ने स्टॉक पर ‘बाय’ रेटिंग दी है और ₹75 का टारगेट प्राइस रखा है। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज ने स्टॉक को ‘बाय’ से ‘Accumulate’ में डाउनग्रेड किया, लेकिन टारगेट प्राइस को ₹71 से बढ़ाकर ₹77 किया। कुछ एनालिस्ट्स का मानना है कि अगर स्टॉक ₹68 की रेजिस्टेंस को तोड़ता है, तो यह ₹90 और बाद में ₹120 तक जा सकता है। सपोर्ट लेवल ₹60-62 के बीच है।
कंपनी की 5.6 गीगावाट की ऑर्डर बुक और 4.5 गीगावाट की मैन्युफैक्चरिंग क्षमता इसे भारत के विंड एनर्जी सेक्टर में अग्रणी बनाती है। भारत में विंड एनर्जी की मांग FY26 में 6-7 गीगावाट और FY27 में 8-10 गीगावाट तक पहुंचने की उम्मीद है, जिसमें सुजलॉन को बड़ा फायदा होगा।
शेयरहोल्डिंग पैटर्न और मार्केट सेंटिमेंट
मार्च 2025 तक सुजलॉन की शेयरहोल्डिंग इस प्रकार है:
- प्रमोटर्स: 13.25% (जून 2025 में 20 करोड़ शेयर बिक्री के बाद 11% तक कम)।
- FIIs: 22.14% (पिछली तिमाही से बढ़ा)।
- म्यूचुअल फंड्स: 4.17% (पिछली तिमाही से कम)।
- रिटेल निवेशक: 25.12% (56 लाख से अधिक रिटेल निवेशक)।
प्रमोटरों की हिस्सेदारी में कमी ने शुरूआत में चिंता बढ़ाई, लेकिन गोल्डमैन सैक्स और मॉर्गन स्टैनली जैसे बड़े संस्थागत निवेशकों की खरीदारी ने इसे संतुलित किया। LIC की 1.03% हिस्सेदारी भी निवेशकों के भरोसे को दर्शाती है।
निवेशकों के लिए सुझाव
सुजलॉन एनर्जी उन निवेशकों के लिए आकर्षक है, जो रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में लंबे समय के लिए निवेश करना चाहते हैं। लेकिन कुछ बातों का ध्यान रखें:
- वैल्युएशन: P/E रेशियो 37.28 सेक्टर की तुलना में प्रीमियम पर है। निवेश से पहले वैल्यूएशन पर विचार करें।
- जोखिम: स्टॉक का बीटा 1.3 है, जो उच्च अस्थिरता दर्शाता है। ₹60 पर स्टॉप लॉस सेट करें।
- रिसर्च: कंपनी के तिमाही परिणाम और ऑर्डर बुक पर नजर रखें।
- डाइवर्सिफिकेशन: अपने पोर्टफोलियो में विविधता बनाए रखें।
निष्कर्ष
सुजलॉन एनर्जी ने कर्ज-मुक्त स्थिति, मजबूत ऑर्डर बुक, और SEBI की क्लीन चिट के दम पर निवेशकों का भरोसा जीता है। Q4 FY25 के शानदार परिणाम और नए ऑर्डर स्टॉक में तेजी की संभावना बढ़ाते हैं। हालांकि, उच्च वैल्यूएशन और अस्थिरता को देखते हुए सावधानी जरूरी है। अगर आप रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में निवेश की तलाश में हैं, तो सुजलॉन आपके रडार पर होना चाहिए।
Disclaimer:
इस लेख में प्रस्तुत जानकारी केवल सामान्य सूचना के उद्देश्य से साझा की गई है। हमारी वेबसाइट https://stocknewshub.in पर शेयर बाजार से जुड़ी कंपनियों की ताज़ा खबरें, बोनस, डिविडेंड, आईपीओ और अन्य निवेश से संबंधित जानकारियाँ प्रकाशित की जाती हैं। हम किसी भी प्रकार की निवेश सलाह प्रदान नहीं करते हैं।
भारतीय शेयर बाजार जोखिमों के अधीन है, और इसमें निवेश करने पर पूंजी हानि की संभावना हो सकती है। इसलिए किसी भी प्रकार का निवेश निर्णय लेने से पूर्व अपने वित्तीय सलाहकार या सेबी (SEBI) पंजीकृत निवेश सलाहकार से सलाह अवश्य लें। हमारी वेबसाइट स्वयं SEBI द्वारा पंजीकृत नहीं है।
READ MORE:Adani Group पर अमेरिकी कोर्ट की बड़ी टिप्पणी: SEC ने साझा की अहम जानकारी, शेयरों में हलचल
Confidence Petroleum को BPCL, HPCL और IOCL से मिला 42 करोड़ का कॉन्ट्रैक्ट, शेयरों पर रहेगी नजर
मोतीलाल ओसवाल की टॉप 3 स्टॉक सिफारिशें: फेडरल बैंक, टाइम टेक्नोप्लास्ट, और ट्रेंट लिमिटेड